दिल और की तलब में, क़दम और की तरफ़
अपनी मुहब्बतों का भी किस्सा अजीब था…
Tuesday 13 October 2009
Wednesday 11 March 2009
Tuesday 10 March 2009
Saturday 28 February 2009
Sunday 15 February 2009
Saturday 14 February 2009
Wednesday 11 February 2009
Sunday 8 February 2009
Thursday 5 February 2009
Wednesday 4 February 2009
Monday 2 February 2009
Saturday 31 January 2009
अश्कों के सितारे
तमन्नाओं के बहलावे में अक्सर आ ही जाते हैं
कभी हम चोट खाते हैं कभी हम मुस्कुराते हैं
हम अक्सर दोस्तों की बेवफ़ाई सह तो लेते हैं
मगर हम जानते हैं दिल हमारे टूट जाते हैं
किसी के साथ जब बीते हुए लम्हों की याद आयी
थकी आँखों में अश्कों के सितारे झिलमिलाते हैं ...
कभी हम चोट खाते हैं कभी हम मुस्कुराते हैं
हम अक्सर दोस्तों की बेवफ़ाई सह तो लेते हैं
मगर हम जानते हैं दिल हमारे टूट जाते हैं
किसी के साथ जब बीते हुए लम्हों की याद आयी
थकी आँखों में अश्कों के सितारे झिलमिलाते हैं ...
Friday 30 January 2009
Wednesday 28 January 2009
Tuesday 27 January 2009
Friday 23 January 2009
Wednesday 21 January 2009
कुछ भी नहीं
सोचा नहीं अच्छा बुरा, देखा सुना कुछ भी नहीं
माँगा खुदा से रात दिन, तेरे सिवा कुछ भी नहीं ...
माँगा खुदा से रात दिन, तेरे सिवा कुछ भी नहीं ...
Sunday 18 January 2009
Friday 16 January 2009
Thursday 15 January 2009
Wednesday 14 January 2009
Tuesday 13 January 2009
Monday 12 January 2009
कश्मकश
कश्मकशों का दौर कुछ ऐसा चला, ऐ दोस्त
सुलझाते रहे मसाइल, ज़िन्दगी उलझ गई ...
कस्में वादे प्यार वफ़ा सब
लफ्ज़ों के सिवा कुछ भी तो नहीं ...
सुलझाते रहे मसाइल, ज़िन्दगी उलझ गई ...
कस्में वादे प्यार वफ़ा सब
लफ्ज़ों के सिवा कुछ भी तो नहीं ...
Sunday 11 January 2009
Saturday 10 January 2009
Friday 9 January 2009
Wednesday 7 January 2009
सितारों तुम तो सो जाओ
तुम्हें क्या, आज भी कोई अगर मिलने नहीं आया
ये बाज़ी हम ने हारी है, सितारों तुम तो सो जाओ
हँसो और हँसते हँसते डूब जाओ खलाओं में
हमीं पर रात भारी है, सितारों तुम तो सो जाओ
हमें भी नींद आ जायेगी, हम भी सो ही जायेंगे
अभी कुछ बेकरारी है, सितारों तुम तो सो जाओ ...
ये बाज़ी हम ने हारी है, सितारों तुम तो सो जाओ
हँसो और हँसते हँसते डूब जाओ खलाओं में
हमीं पर रात भारी है, सितारों तुम तो सो जाओ
हमें भी नींद आ जायेगी, हम भी सो ही जायेंगे
अभी कुछ बेकरारी है, सितारों तुम तो सो जाओ ...
Tuesday 6 January 2009
आदाब
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं
तुम कह देना कोई ख़ास नहीं
एक दोस्त है कच्चा पक्का सा
जज़्बात को धाम्पे एक परदा
बस एक बहाना अच्छा सा
जीवन का ऐसा साथी है
जो दूर बहुत है पास नहीं
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं
तुम कह देना कोई ख़ास नहीं.....
तुम कह देना कोई ख़ास नहीं
एक दोस्त है कच्चा पक्का सा
जज़्बात को धाम्पे एक परदा
बस एक बहाना अच्छा सा
जीवन का ऐसा साथी है
जो दूर बहुत है पास नहीं
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं
तुम कह देना कोई ख़ास नहीं.....
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